NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Chapter 17 – Saans saans mein baans (सांस सांस में बांस)
Textbook | Hindi Class 6 Vasant (वसंत भाग 1) |
Chapter | 17 – Saans saans mein baans (सांस सांस में बांस) |
Author | Alex M. George (एलेक्स एम. जॉर्ज) |
निबंध से
1. बांस को बूढा कब कहा जा सकता है? बूढ़े बांस में कौन सी विशेषता होती है जो युवा बांस में नहीं पाई जाती?
उत्तर:- तीन साल या उससे अधिक उम्र वाले बांस को बूढा कहा जा सकता है। बूढ़े बांस सख्त होते हैं और आसानी से टूट भी जाते हैं। युवा बांस के लचीले और मुलायम होने के कारण इसे आसानी से मोड़कर विभिन्न प्रकार की चीजें बनाई जा सकती है।
2. बांस से बनाई जाने वाली चीज़ों में सबसे आश्चर्यजनक चीज़ तुम्हें कौन सी लगी और क्यों?
उत्तर:- बांस से बनाई जाने वाली चीज़ों में मुझे सबसे आश्चर्यजनक चीज़ मछली पकड़नेवाला जाल (जकाई) लगा, क्योंकि इसे बनाना बहुत ही पेचीदा काम है। इसकी बनावट भी हमें काफी आकर्षक लगी। इसे इस तरीके से बनाया जाता है कि मछलियां आसानी से इसमें आ जाए और वापस बाहर न निकल पाए।
3. बांस की बुनाई मानव के इतिहास में कब आरंभ हुई होगी?
उत्तर:- बांस की बुनाई मानव के इतिहास में तभी से आरंभ हो गई थी, जबसे इंसान ने हाथ से कलात्मक चीजें बनानी शुरू की थी। जब इंसान घूम-घूमकर भोजन इकट्ठा करता था, तभी से उसने भोजन इकट्ठा करने के लिए बांस की ऐसी डलियानुमा चीजें बनाई होंगी।
4. बांस के विभिन्न उपयोगों से संबंधित जानकारी देश के किस भू-भाग के संदर्भ में दी गई है? एटलस में देखो।
उत्तर:- बांस भारत के विभिन्न हिस्सों में बहुतायत में होता है। भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के सातों राज्यों- अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, में बांस की चीज़ों का चलन है।
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Chapter 17 – Saans saans mein baans – निबंध से आगे
1. बांस के कई उपयोग इस पाठ में बताए गए हैं। लेकिन बांस के उपयोग का दायरा बहुत बड़ा है। नीचे दिए गए शब्दों की मदद से तुम इस दायरे को पहचान सकते हो-
संगीत, प्रकाशन, मच्छर, एक नया संदर्भ, फर्नीचर।
उत्तर:-
- संगीत – बांस का प्रयोग करके विभिन्न प्रकार के वाद्य यंत्र बनाए जाते हैं, जैसे- बांसुरी, शहनाई, आदि।
- प्रकाशन – प्रकाशन के लिए बांस से कागज बनाया जाता है।
- मच्छर – बांस का प्रयोग करके मच्छरदानी व मच्छरों को मारने का उपकरण बनाया जाता है।
- फर्नीचर – बांस से कलात्मक फर्नीचर भी बनाया जाता है।
- एक नया संदर्भ – बांस से टोपियां, चटाईयां, टोकरियां, बर्तन, सजावटी सामान, बच्चों के खिलौने, आदि भी बनाए जाते हैं।
2. इस लेख में दैनिक उपयोग की चीज़ें बनाने के लिए बांस का उल्लेख प्राकृतिक संसाधन के रूप में हुआ है। नीचे दिए गए प्राकृतिक संसाधनों से दैनिक उपयोग की कौन-कौन सी चीज़ें बनाई जाती हैं-
(चमड़ा, घास के तिनके, पेड़ की छाल, गोबर, मिट्टी)
इनमें से किन्हीं एक या दो प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए कोई एक चीज़ बनाने का तरीका अपने शब्दों में लिखो।
उत्तर:-
- चमड़ा – पर्स, जूते, बैग, बेल्ट, सोफे, जैकेट, टोपी, आदि।
- घास के तिनके – बर्तन, चटाई, खिलौने, सजावटी सामान, आदि।
- पेड़ की छाल – कागज़, गोंद, दवाईयां, आदि।
- गोबर – ईंधन (गोबर गैस), उपले, चूल्हे, कच्चे घरों की लिपाई-पुताई, आदि।
- मिट्टी – खिलौने, बर्तन, गुल्लक, मटकियां, आदि।
गोबर गैस बनाने के लिए गोबर को एक बंद कुएं में डाल दिया जाता है। गोबर में मौजूद जीवाणु उसे गला देते हैं। गले हुए गोबर से गैस निकलती है। कुएं में पाइप लगाकर इस गैस का उपयोग ईंधन के रूप में किया जाता है।
3. जिन जगहों की सांस में बांस बसा है, अखबार और टेलीविजन के ज़रिए उन जगहों की कैसी तस्वीर तुम्हारे मन में बनती है?
उत्तर:- जिन जगहों की सांस में बांस बसा है, अखबार और टेलीविज़न में इन जगहों को देखकर हमारे मन में ऐसे इलाक़े की तस्वीर बनती है, जहां छोटे-छोटे कच्चे घरों के आसपास दूर+दूर तक लंबे-लंबे बांस के पौधे लगे होते होंगे। ऐसे इलाकों में घरों में बांस की चीजें बनाने के औजार, बांस से बनी विभिन्न कलाकृतियां, बांस की खपच्चियां, आदि पाई जाती होंगी और घरों के आस-पास बांस की बेकार खपच्चियां व बाकी कचरा पड़ा रहता होगा। आमतौर पर यहां के लोग अपना जीवन-यापन बांस की चीजें बनाकर करते होंगे। उनका व्यवसाय बांस से ही चलता होगा।
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Chapter 17 – Saans saans mein baans – अनुमान और कल्पना
- इस पाठ में कई हिस्से हैं जहां किसी काम को करने का तरीका समझाया गया है, जैसे-
छोटी मछलियों को पकड़ने के लिए इसे पानी की सतह पर रखा जाता है या फिर धीरे-धीरे चलते हुए खींचा जाता है। बांस की खपच्चियों को इस तरह बांधा जाता है कि वे एक शंकु का आकार ले लें। इस शंकु का ऊपरी सिरा अंडाकार होता है। निचले नुकीले सिरे पर खपच्चियां एक-दूसरे में गुंथी हुई होती हैं।
- इस वर्णन को ध्यान से पढ़कर नीचे दिए प्रश्नों के उत्तर अनुमान लगाकर दो। यदि अंदाज़ लगाने में दिक्कत हो तो आपस में बातचीत करके सोचो-
(क). बांस से बनाए गए शंकु के आकार का जाल छोटी मछलियों को पकड़ने के लिए ही क्यों इस्तेमाल किया जाता है?
(ख). शंकु का ऊपरी हिस्सा अंडाकार होता है तो नीचे का हिस्सा कैसा दिखाई देता है?
(ग). इस जाल से मछली पकड़ने वालों को धीरे-धीरे क्यों चलना पड़ता है?
उत्तर:-
(क). बांस से बनाए गए शंकु के आकार का जाल छोटी मछलियों को पकड़ने के लिए इसलिए किया जाता है क्योंकि शंकु के आकार का होने के कारण मछलियां इसमेंं आसानी से आ जाती होंगी और इसका मुंह छोटा होने के कारण वापस नहीं निकल पाती होंगी। वहीं अगर इसका प्रयोग बड़ी मछलियों को पकड़ने के लिए किया जाए तो बड़ी मछलियां इसके छोटे मुंह के कारण जाल में फंस नहीं पाती होंगी।
(ख). शंकु का ऊपरी हिस्सा अंडाकार होता है तो नीचे का हिस्सा नुकीला व गोलाकार पिरामिड जैसा दिखाई देता होगा। एक तरफ से देखने पर यह त्रिभुज जैसा दिखाई देता होगा।
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Chapter 17 – शब्दों पर गौर
हाथों की कलाकारी
घनघोर बारिश
बुनाई का सफ़र
आड़ा-तिरछा
डलियानुमा
कहे मुताबिक
- इन वाक्यांशों का वाक्य में प्रयोग करो।
उत्तर:-
- राम बहुत ही पेचीदा काम करता है। उसके हाथों की कलाकारी का जवाब नहीं।
- केरल में पिछले दो दिन से घनघोर बारिश हो रही है।
- मेरा यह बुनाई का सफ़र बीस साल पहले शुरू हुआ था।
- ये कैसा आड़ा-तिरछा चित्र बना रहे हो?
- उसके घर में एक बेहद खूबसूरत डलियानुमा कलाकृति रखी हुई थी।
- अगर तुम मेरे कहे मुताबिक चलोगे तो जीवन में बहुत आगे तक जाओगे।
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Chapter 17 – व्याकरण
1. ‘बुनावट’ शब्द ‘बुन’ क्रिया में ‘आवट’ प्रत्यय जोड़ने से बनता है। इसी प्रकार नुकीला, दबाव, घिसाई भी मूल शब्द में विभिन्न प्रत्यय जोड़ने से बने हैं। इन चारों शब्दों में प्रत्ययों को पहचानो और उन से तीन-तीन शब्द और बनाओ। इन शब्दों का वाक्यों में भी प्रयोग करो-
बुनावट, नुकीला, दबाव, घिसाई
उत्तर:-
- बुनावट – बुन + आवट : बनावट, मिलावट, कड़वाहट
- नुकीला – नुक + ईला : रसीला, नशीला, रंगीला
- दबाव – दब + आव : सुझाव, चुनाव, फैलाव
- घिसाई – घिस + आई : पिसाई, सिलाई, पढ़ाई
2. नीचे पाठ से कुछ वाक्य दिए गए हैं-
(क). वहां बांस की चीज़ें बनाने का चलन भी खूब है।
(ख). हम यहां बांस की एक-दो चीज़ों का ही ज़िक्र कर पाए हैं।
(ग). मसलन आसन जैसी छोटी चीज़ें बनाने के लिए बांस को हरेक गठान से काटा जाता है।
(घ). खपच्चियों से तरह-तरह की टोपियां भी बनाई जाती हैं।
रेखांकित शब्दों को ध्यान में रखते हुए इन बातों को अलग ढंग से लिखो।
उत्तर:-
(क). वहां बांस की चीज़ें बनाने का प्रचलन है।
(ख). हम यहां बांस की चीजों का ही वर्णन कर पाए हैं।
(ग). उदाहरण के लिए आसन जैसी छोटी चीजें बनाने के लिए बांस को प्रत्येक गांठ से काटा जाता है।
(घ). खपच्चियों से विभिन्न प्रकार की टोपियां भी बनाई जाती है।
3. तर्जनी हाथ की किस उंगली को कहते हैं? बाकी उंगलियों को क्या कहते हैं? सभी उंगलियों के नाम अपनी भाषा में पता करो और कक्षा में अपने साथियों और शिक्षक को बताओ।
उत्तर:- तर्जनी अंगूठे के पास वाली उंगली को कहते हैं। तर्जनी के पास वाली उंगली को मध्यमा, सबसे छोटी उंगली को कनिष्ठा, छोटी उंगली के पास वाली उंगली को अनामिका और अंगूठे को अंगूष्ठा कहते हैं।
हमारी भाषा में उंगलियों को निम्नलिखित नामों से पुकारा जाता है-
- अंगुष्ठा – अंगुठा
- तर्जनी – अंगूठे के पास वाली उंगली
- मध्यमा – सबसे लंबी उंगली
- अनामिका – अंगुठी वाली उंगली
- कनिष्ठा- छोटी उंगली
4. अंगुष्ठा, तर्जनी, मध्यमा, अनामिका, कनिष्ठा- ये पांच उंगलियों के नाम हैं। इन्हें पहचान कर सही क्रम में लिखो।
उत्तर:- पांचों अंगुलियों का सही क्रम है-
अंगूष्ठा, तर्जनी, मध्यमा, अनामिका, कनिष्ठा।
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant
- वह चिड़िया जो – केदारनाथ अग्रवाल
- बचपन – कृष्णा सोबती
- नादान दोस्त – प्रेमचंद्र
- चांद से थोड़ी सी गप्पे – शमशेर बहादुर सिंह
- अक्षरों का महत्व – गुणाकर मुले
- पार नज़र के – जयंत विष्णु नार्लीकर
- साथी हाथ बढ़ाना – साहिर लुधियानवी
- ऐसे ऐसे – विष्णु प्रभाकर
- टिकट-अलबम – सुंदरा रामस्वामी
- झांसी की रानी – सुभद्रा कुमारी चौहान
- जो देखकर भी नहीं देखते – हेलेन केलर
- संसार पुस्तक है – जवाहरलाल नेहरू
- मैं सबसे छोटी होऊं – सुमित्रानंदन पंत
- लोकगीत – भगवतशरण उपाध्याय
- नौकर – अनु बंदोपाध्याय
- वन के मार्ग में – तुलसीदास
- सांस सांस में बांस – एलेक्स एम. जॉर्ज