CBSE NCERT Solutions for Class 8 Hindi Durva Chapter 4 – Os (ओस)
Textbook | Hindi Class 8 Durva (दूर्वा भाग 3) |
Chapter | 4 – Os (ओस) |
Author | Sohan Lal Dwivedi (सोहनलाल द्विवेदी) |
कविता से –
(क) कविता में रतन किसे कहा गया है – और वे कहां – कहां बिखरे हुए हैं ?
उतर – कविता में रतन ‘ ओस’ के लिए प्रयुक्त हुआ है। और वो हरी पत्तों,घास और फूलों पर बिखरे हुए हैं।
(ख ) ओस कर्णों को देखकर कवि का मन क्या करना चाहता है ?
उतर – ओस को देखकर कवि का मन चाहता है कि वो इन्हें अपने हाथों में भर लाए और इन पर कविता लिखे ।
CBSE NCERT Solutions for Class 8 Hindi Durva Chapter 4 – Os – उलट – फेर
“हरी घास पर बिखेर दी है
ये किसने मोती की लड़कियां ?”
ऊपर की पंक्तियों को उलट – फेर कर इस तरह भी लिखा जा सकता है –
“हरी घास पर ये मोती की लड़ियां किसने बिखेर दी हैं ?”
इसी तरह नीचे लिखी पंक्तियों में उलट-फेर कर तुम भी उसे अपने ढंग से लिखो ।
क ) “कौन रात में गूंध गया है
ये उज्जवल हीरो की कड़ियां ।”
उतर – यह उज्जवल हीरों की कड़ियां रात में कौन गूंध गया है ?
ख) “नभ के नन्हे तारों में ये
कौन दमकते है यो दमदम ?”
उतर – कौन दमकते है यो दमदम, नभ के नन्हे तरो में ?
कौन ऐसा
नीचे लिखी चीज़ों जैसी कुछ और चीज़ों के नाम सोचकर लिखो –
उतर – जुगनू जैसे चमकीले – तारे
तारों जैसे झिलमिल – रोशनी के छोटे – छोटे बल्ब
हीरों जैसे दमकते – ओस की बूंदे
फूलों जैसे सुंदर – मुख ।
CBSE NCERT Solutions for Class 8 Hindi Durva Chapter 4 – Os – रूप बदलकर
चमक – चमकना – चमकाना – चमकवाना
‘ चमक ‘ शब्द के कुछ रूप ऊपर लिखे है । इसी प्रकार नीचे लिखे शब्दों का रूप बदलकर सही जगह पर भरों –
दमक,सरक, बिखर, बन ।
क) ज़रा सा रगड़ते ही हीरे ने दमकाना शुरू कर दिया ।
ख) तुम यह कमीज़ किस दर्जी से बनवाना चाहते हो ?
ग ) सांप ने धीरे – धीरे सरकना शुरू कर दिया ।
घ ) लकी को मूर्ख बनाना तो बहुत आसान है ।
ड़) तुमने अब खिलौने बिखेरने बंद कर दिए हैं ।
NCERT Solutions for Class 8 Hindi Durva
- 1. गुड़िया – कुँवर नारायण
- 2. दो गौरैया – भीष्म साहनी
- 3. चिट्ठियों में यूरोप – सोमदत्त
- 4. ओस – सोहनलाल द्विवेदी
- 5. नाटक में नाटक – मंगल सक्सेना
- 6. सागर यात्रा – कर्नल टी.सी.एस चौधरी
- 7. उठ किसान ओ – त्रिलोचन
- 8. सस्ते के चक्कर – सूर्यबाला
- 9. एक खिलाड़ी कि कुछ यादें – केशवदत्त
- 10. बस की सैर – वेल्ली कानन
- 11. हिंदी ने जानकी बदल दी – जय प्रकाश पांडेय
- 12. आषाढ़ का पहला दिन – भवानी प्रसाद मिश्र
- 13. अन्याय के खिलाफ – चकमक से
- 14. बच्चो के प्रिय श्री केशव शंकर पिल्लै – आशा रानी व्होरा
- 15. फर्श पर – निर्मला गर्ग
- 16. बूढ़ी अम्मा की बात – संकलित
- 17. वह सुबह कभी तो आएगी – सलमा