क्रिया – Kriya ki Paribhasha, Kriya ke bhed, Karm ke aadhar par kriya ke bhed – Sakarmak Kriya or Akarmak Kriya (सकर्मक क्रिया और अकर्मक क्रिया), Rachna ke aadhar par kriya ke bhed
परिभषा – जिस शब्द से किसी कार्य के करने या होने का बोध हो, उन्हें क्रिया कहते हैं |
जैसे –
बच्चे खेल रहे हैं।
हवा चल रही है।
स्त्रियां बातें कर रही है।
दादाजी अखबार पढ़ रहे है।
धातु- क्रिया का मूल रूप धातु कहलाता है। धातु के साथ “ना” प्रत्यय जोड़कर क्रिया का सामान्य रूप बनता है।
जैसे –
लिख + ना = लिखना
चल = चल+ ना = चलना
पढ़ = पढ़+ ना = पढ़ना
क्रिया के भेद
1. कर्म के आधार पर (Karm ke aadhar par kriya ke bhed)
2. रचना के आधार पर (Rachna ke aadhar par kriya ke bhed)
कर्म के आधार पर क्रिया के भेद (Karm ke aadhar par kriya ke bhed)
1. सकर्मक क्रिया (Sakarmak Kriya)
2. अकर्मक क्रिया (Akarmak Kriya)
सकर्मक क्रिया (Sakarmak Kriya)
जिस क्रिया का फल कर्म पर पड़ता है, उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं।
जैसे- भावना कहानी पड़ती है।
मोहन फुटबॉल खेलता है।
सकर्मक क्रिया की पहचान
क्रिया के साथ क्या, किसे, किसको शब्द लगाकर प्रश्न करने पर यदि उत्तर की प्राप्ति होती है तो उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं।
जैसे- पुलिस ने चोर को पीटा।
प्रश्न – किसे/ किसको को पीटा
उत्तर – चोर (कर्म)
नेहा पुस्तक पढ़ रही है।
प्रश्न – क्या, रही है?
उत्तर – पुस्तक( कर्म)
सकर्मक क्रिया के भेद (Sakarmak Kriya ke bhed)
1. एककर्मक क्रिया
2. द्विकर्मक क्रिया
1. एककर्मक क्रिया – जिस क्रिया का एक कर्म हो, उसे एककर्मक क्रिया कहते हैं।
जैसे – मोहन ने साइकिल चलाई।
प्रश्न – क्या चलाई?
उत्तर – साइकिल (एककर्म)
2. द्विकर्मक क्रिया – जिस क्रिया में दो कर्म हो उसे द्विकर्मक क्रिया कहते हैं।
जैसे – नीरजा ने विवेक को पुस्तक दी।
प्रश्न – क्या दी?
उत्तर – पुस्तक (मुख्यकर्म)
प्रश्न – किसको दी?
उत्तर – विवेक को दी (गौणकर्म)
अकर्मक क्रिया (Akarmak Kriya)
जिस क्रिया के साथ कर्म नहीं होता है तथा क्रिया का प्रभाव सिर्फ़ कर्ता पर पड़ता है उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं|
अर्थात – बिना कर्म के
→ जिस क्रिया का फल सीधा कर्ता पर पड़ता है उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं
जैसे – ममता हंस रही है।
बच्चा रो रहा है।
राहुल उठ गया।
अकर्मक क्रिया की पहचान
क्रिया से पहले ‘क्या’, किसे, किसको शब्द लगाकर प्रश्न करने पर यदि नहीं मिलता तो क्रिया अकर्मक होती है।
→ प्रश्न करने पर यदि उत्तर… “कर्ता” की प्राप्ति होती है तो भी क्रिया अकर्मक होती है।
जैसे- बच्चा सो गया।
प्रश्न – “क्या” सो गया।
उत्तर – बच्चा( कर्ता)
रचना के आधार पर (Rachna ke aadhar par kriya ke bhed)
संरचना की दृष्टि से क्रिया के निम्नलिखित पांच भेद हैं।
1. सामान्य क्रिया
2. संयुक्त क्रिया
3. नामधातु क्रिया
4. प्रेरणार्थक क्रिया
5. पूर्वकालिक क्रिया
सामान्य क्रिया
जिस वाक्य में एक क्रिया होती है उसे सामान्य क्रिया कहते हैं।
जैसे- सीता ने रोटी खाई।
राम गया।
संयुक्त क्रिया
जब दो या दो से अधिक क्रियाएँ मिलकर किसी पूर्ण क्रिया को बनाती हैं, तब वे संयुक्त क्रियाएँ कहलाती हैं।
जैसे- माताजी ने प्रसाद बांट दिया।
पिताजी आ गए हैं।
नामधातु क्रिया
संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण शब्दों से बनने वाली क्रियाओं को नामधातु क्रिया कहते हैं |
जैसे- संज्ञा शब्दों से बनी क्रियाएं-
हाथ= हथियाना
लाज= लजियाना
गांठ= गठियाना
सर्वनाम शब्दों से बनी क्रियाएं-
रंग= रंगना
अपना= अपनाना
विशेषण शब्दों से बनी क्रियाएं-
गर्म= गर्माना
तोतला = तुतलाना
प्रेरणार्थक क्रिया
जहाँ कर्ता कार्य को स्वयं न करके, किसी दूसरे से करवाता है, वहाँ प्रेरणार्थक क्रिया होती है |
जैसे – मालकिन नौकरानी से बर्तन साफ करवाती है।
प्रेरणार्थक क्रिया के दो रूप हैं।
1. प्रथम प्रेरणार्थक
2. द्वितीय प्रेरणार्थक
1. प्रथम प्रेरणार्थक – जब कर्ता स्वयं प्रेरक बनकर अन्य किसी को कार्य करने की प्रेरणा देता है उसे प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया कहते हैं।
जैसे – मैं आपको कहानी सुनाऊंगी।
2. द्वितीय प्रेरणार्थक – जब कर्ता स्वयं कार्य में सम्मिलित न होकर अन्य किसी से कार्य करवाता है उसे द्वितीय प्रेरणार्थक कहते हैं।
जैसे – माताजी नौकर से सफाई करवाती है।
वह अध्यापक से बेटी को गीता पढ़वाता है।
पूर्वकालिक क्रिया ( Purvakalik Kriya )
किसी भी वाक्य में मुख्य क्रिया से पहले वाली क्रिया पूर्वकालिक क्रिया कहलाती है |
जैसे – मुकेश खाना खाकर सो गया |
अनिल पढ़कर खेलने लगा |
FAQs on Kriya (क्रिया)
प्र.1. क्रिया किसे कहते हैं ?
उत्तर = शब्द के जिस रूप से किसी काम के होने या करने का बोध होता है, उसे क्रिया कहते हैं |
प्र.2. धातु किसे कहते हैं ?
उत्तर = क्रिया के मूल रूप को धातु कहते हैं |
प्र.3. कर्म के आधार पर क्रिया को कितने भागों में बाँटा गया है ?
उत्तर = दो भागों में
प्र.4. अकर्मक क्रिया किसे कहते हैं ?
उत्तर = जिस क्रिया का फल सीधा कर्ता पर पड़ता है, उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं |
प्र.5. संयुक्त क्रिया किसे कहते है ?
उत्तर = जब एक से अधिक पद मिलकर क्रिया का कार्य करते हैं, उसे संयुक्त क्रिया कहते हैं |
प्र.6. राधा हँसती है | उक्त वाक्य में क्रिया का कौनसा भेद हैं |
उत्तर = अकर्मक क्रिया
प्र.7. पिताजी अखबार पढ़ रहे हैं | उक्त वाक्य में कौनसा भेद है |
उत्तर = सकर्मक क्रिया
प्र.8. ‘अपना’ उक्त शब्द से नामधातु क्रिया बनाइए –
उत्तर = अपनापन
प्र.9. राम खाना खाकर सो गया | उक्त वाक्य में क्रिया का कौनसा भेद है |
उत्तर = पूर्वकालिक क्रिया
प्र.10. संरचना की दृष्टि से क्रिया के कितने भेद होते हैं ?
उत्तर = पाँच भेद
4 thoughts on “क्रिया – ( सकर्मक क्रिया, अकर्मक क्रिया )”
Mohan khel khelta h vakye me konsi kiriya h
sakarmak kriya hai kyunki jab hum question poochte hai ki kya khelta hai tab answer mil raha hai ki khel khelta hai
Khelna is kriya here…
Khelta ha
Kriya ha