Pratyay in Hindi Class 8 – प्रत्यय की परिभाषा, प्रत्यय के प्रकार – कृत प्रत्यय और उसके भेद (Krit Pratyay or Krit Pratyay ke bhed), तद्धित प्रत्यय और उसके भेद (Tadhit Pratyay or Tadhit Pratyay ke bhed)
प्रत्यय की परिभाषा – वे शब्दांश जो किसी शब्द या धातु के पीछे लगकर नया शब्द बना देते हैं वे प्रत्यय कहलाते हैं |
जैसे →
दूध = दूध + वाला = दूधवाला
पान = पान + वाला = पानवाला
प्रत्यय के प्रकार
(1) कृत प्रत्यय ( Krit Pratyay )
(2) तद्धित प्रत्यय ( Tadhit Pratyay )
कृत प्रत्यय (Krit Pratyay)
जो शब्दांश क्रिया धातु के अंत में लगकर नए शब्द की रचना करते हैं, उन्हें कृत प्रत्यय कहते हैं |
→ कृत प्रत्यय से बनने वाले शब्दों को कृदंत (कृत + अंत) कहते हैं |
जैसे →
लिख + आवट = लिखावट
पालन + हार = पालनहार
कृत प्रत्यय के भेद ( Krit Pratyay ke bhed )
(1) कृतवाचक कृदंत प्रत्यय
(2) कर्मवाचक कृदंत प्रत्यय
(3) करणवाचक कृदंत प्रत्यय
(4) भाववाचक कृदंत प्रत्यय
(5) क्रियावाचक कृदंत प्रत्यय
(1) कृतवाचक कृदंत प्रत्यय
जैसे →
चल + अक = चालक
लड़ + आकू = लड़ाकू
भूल + अक्कड़ = भुलक्कड़
(2) कर्मवाचक कृदंत प्रत्यय
ओढ़ + ना = ओढ़ना
बिछा + औना = बिछौना
चल + नी = चलनी
(3) करणवाचक कृदंत प्रत्यय
जैसे →
बेल + अन = बेलन
झूल + आ = झूला
लेख + नी = लेखनी
(4) भाववाचक कृदंत प्रत्यय
जैसे →
थक + आवट = थकावट
पूज् + आपा = पुजापा
लड़ + आई = लड़ाई
(5) क्रियावाचक कृदंत प्रत्यय
जैसे →
खेल + ना = खेलना
बोल + ता = बोलता
खा + कर = खाकर
तद्धित प्रत्यय (Tadhit Pratyay)
जो प्रत्यय संज्ञा, सर्वनाम या विशेषण के अंत में जुड़कर नए शब्द का निर्माण करते हैं, उन्हें तद्धित प्रत्यय कहते हैं |
→ तद्धित प्रत्यय से बनने वाले शब्दों को तद्धितांत शब्द कहते हैं |
जैसे →
मनुष्य + त्व = मनुष्यत्व
चिकना + आहट = चिकनाहट
तद्धित प्रत्यय के भेद ( Tadhit Pratyay ke bhed )
- कर्तृवाचक तद्धित
- भाववाचक तद्धित
- ऊनवाचक तद्धित
- संबंधवाचक तद्धित
- विशेषणवाचक तद्धित
1. कर्तृवाचक तद्धित प्रत्यय
जैसे →
लोहा + आर = लुहार
पत्र + कार = पत्रकार
लकड़ी + हारा = लकड़हारा
2. भाववाचक तद्धित प्रत्यय
बूढ़ा + आपा = बुढ़ापा
गरम + ई = गरमी
चतुर + आई = चतुराई
3. ऊनवाचक तद्धित प्रत्यय
थाल + ई = थाली
डिब्बा + इया = डिबिया
साँप + ओला = सँपोला
4. संबंधवाचक तद्धित प्रत्यय
जैसे →
चाचा + एरा = चचेरा
ससुर + आल = ससुराल
बहन + ओई = बहनोई
5. विशेषणवाचक तद्धित प्रत्यय
जैसे →
लोभ + ई = लोभी
रस + ईला = रसीला
बुद्धि + मान = बुद्धिमान
दो प्रत्ययों का एक साथ प्रयोग →
भारतीयता = भारत + ईय + ता = भारतीयता
बनावटी = बन + आवट + ई = बनावटी
प्रांतीयता = प्रांत + ईय + ता = प्रांतीयता
उपसर्ग और प्रत्यय का एक साथ प्रयोग
अभिमानी → अभि + मान + ई = अभिमानी
सफलता → स + फल + ता = सफलता
FAQs on Pratyay in Hindi Class 8
प्र.1. ‘दिखावटी’ शब्द में प्रत्यय तथा मूल शब्द बताइए –
उत्तर = मूल शब्द = देख
प्रत्यय = आवट + ई
प्र.2. ‘थकान शब्द में प्रत्यय बताइए –
उत्तर = प्रत्यय = ‘आन’
प्र.3. ‘दिखावा’ शब्द में मूल शब्द बताइए –
उत्तर = मूल शब्द = दिख
प्र.4. ‘समझौता’ शब्द में मूल शब्द तथा प्रत्यय बताइए –
उत्तर = मूल शब्द = समझ
प्रत्यय = औता
प्र.5. ‘मनुष्यत्व’ शब्द में मूल शब्द तथा प्रत्यय बताइए –
उत्तर = मूल शब्द = मनुष्य
प्रत्यय = त्व
प्र.6. ‘पंडिताई’ शब्द में मूल शब्द बताइए –
उत्तर = पंडित
प्र.7. ‘इया’ प्रत्यय से दों शब्द बनाइए –
उत्तर = प्रत्यय – ‘इया’ = मुखिया, दुखिया
प्र.8. ‘ईन’ प्रत्यय से दो शब्द बनाइए –
उत्तर = नमकीन, रंगीन
Hindi Vyakaran Class 8 Notes
- संज्ञा – संज्ञा के भेद
- सर्वनाम – सर्वनाम के भेद
- उपसर्ग – उपसर्ग के प्रकार
- कारक – कारक के भेद
- क्रिया ( अकर्मक क्रिया, सकर्मक क्रिया )
- काल और काल के भेद
- विशेषण और विशेषण के भेद
- वचन – वचन के भेद
- विराम चिह्न – विराम चिह्न के भेद
- लिंग – लिंग के भेद
- मुहावरे और लोकोक्तियाँ
- प्रत्यय – प्रत्यय के प्रकार
- अव्यय (अविकारी)
- वर्तनी (Vartani)
- शब्द विचार (Shabd Vichar)
- शब्द भेद – अर्थ के आधार पर
- वाक्य – संबंधि अशुद्धिशोधन
- वाक्य रचना – वाक्य के भेद
- समास – समास के भेद (Samas or Samas ke bhed)
- संधि – संधि के भेद (Sandhi or Sandhi ke bhed)
- पद-परिचय (Pad Parichay in Hindi Vyakaran Class 10)
- अलंकार – अलंकार के भेद (Alankar or Alankar ke bhed)
- वाच्य – वाच्य के भेद (Vachya or Vachya ke bhed)