NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 – Girgit Question Answers

CBSE NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 Girgit (गिरगिट)

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 गिरगिट have been explained in a simple and easy to understand language in order to create NCERT Solutions for Class 10 series. Here we are sharing NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 Teesri Kasam Ke Shilpkar Girgit.

Textbook Hindi Class 10 Sparsh (स्पर्श भाग 2)
Chapter 14 – Girgit (गिरगिट)
Author Anton Chekhav (अंतोन चेखव)
Khand Gadya Khand (गद्य खंड)

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-

1. काठगोदाम के पास भीड़ क्यों इकठ्ठा हो गई थी?

उत्तर:- ख्यूक्रिन नामक सुनार की अंगुली को एक कुत्ते ने काट लिया था और वह उस पर जोर-जोर से चिल्ला रहा था; इसलिए काठगोदाम के पास भीड़ इकट्ठा हो गई थी।




2. उँगली ठीक न होने की स्थिति में ख्यूक्रिन का नुकसान क्यों होता?

उत्तर:- ख्यूक्रिन एक सुनार था और उसका काम बहुत-ही पेचीदा किस्म का था। उंगली ठीक न होने की स्थिति में वह काम नहीं कर सकता था, जिससे उसे नुकसान होता।

3. कुत्ता क्यों किकिया रहा था?

उत्तर:- जब कुत्ता ख्यूक्रिन को काटने के बाद भाग रहा था, तब ख्यूक्रिन उसके पीछे दौड़ा और गिरते-पड़ते उसने कुत्ते को पिछली टांग से पकड़ लिया; इसलिए कुत्ता किकिया रहा था।

4. बाजार के चौराहे पर खामोशी क्यों थी?

उत्तर:- बाजार के चौराहे पर ओचुमेलाॅव नामक एक भ्रष्ट और तानाशाह पुलिस अधिकारी की मौजूदगी के कारण खामोशी थी।

5. जनरल साहब के बावर्ची ने कुत्ते के बारे में क्या बताया?

उत्तर:- जनरल साहब के बावर्ची ने बताया कि वह कुत्ता जनरल साहब के भाई वाल्दीमीर इवानिच का है।

CBSE NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 Girgit (गिरगिट) – निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-

1. ख्यूक्रिन ने मुआवज़ा पाने की क्या दलील दी?

उत्तर:- ख्यूक्रिन ने मुआवजा पाने के लिए ओचुमेलाॅव को दलील दी कि वह बहुत ही कामकाजी आदमी है और उसका काम भी एकदम पेचीदा किस्म का है। कुत्ते के काटने की वजह से अब लगभग एक हफ्ते तक उसकी उंगली कोई काम करने लायक नहीं है, जिससे उसे बहुत नुकसान होगा। इसलिए उसे कुत्ते के मालिक से मुआवजा दिलाया जाए।




2. ख्यूक्रिन ने ओचुमेलॉव को उँगली ऊपर उठाने का क्या कारण बताया?

उत्तर:- ख्युक्रिन ने ओचुमेलाॅव को बताया कि वह चुपचाप अपने काम से चला जा रहा था। मित्री मित्रिच से उसे लकड़ी लेकर कुछ काम निपटाना था, तभी अचानक उस कुत्ते ने उसकी उंगली काट खाई और इसकी वजह से अब उसे नुकसान उठाना पड़ेगा। इसलिए वह कुत्ते के मालिक से मुआवजा लेना चाहता है।

3. येल्दीरीन ने ख्यूक्रिन को दोषी ठहराते हुए क्या कहा?

उत्तर:- येल्दीरिन ने ख्युक्रिन को दोषी ठहराते हुए कहा कि वह बहुत ही शरारती और बदमाश किस्म का व्यक्ति है। वह कुत्ता तो छोटा-सा और डरा हुआ है। ज़रूर उसी ने उस कुत्ते को परेशान करने के लिए अपनी जलती कोई सिगरेट से उसकी नाक जला डाली होगी और इसकी वजह से उस कुत्ते ने उसकी उंगुली काट खाई।

4. ओचुमेलॉव ने जनरल साहब के पास यह संदेश क्यों भिजवाया होगा कि ‘उनसे कहना कि यह मुझे मिला और मैंने इसे वापस उनके पास भेजा है’?

उत्तर:- ओचुमेलाॅव ने जनरल साहब के पास यह संदेश इसलिए भिजवाया क्योंकि वह उनकी चापलूसी करना चाह रहा था। वह उन्हें झूठी चिंता दिखाकर यह साबित करना चाहता था कि उसे उनका और उनके कुत्ते का बहुत ख्याल है। यह सब करके वह उन्हें खुश करना चाहता था, ताकि उसे पदोन्नति मिल सके और वह जनरल साहब का करीबी बनकर लाभ उठा सके।

5. भीड़ ख्यूक्रिन पर क्यों हँसने लगती है?

उत्तर:- भीड़ ख्युक्रिन पर इसलिए हंसने लगी क्योंकि उसने मुआवजे के लिए इतना तमाशा खड़ा किया, लेकिन उसे कोई मुआवजा नहीं मिला। साथ-ही-साथ ओचुमेलाॅव ने उसे ही दोषी ठहराकर उसे डांट-फटकार भगा दिया। भीड़ उसके इस अपमान का मजाक उड़ा रही थी।

CBSE NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 Girgit (गिरगिट)

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60) शब्दों में लिखिए-




1. किसी कील-वील से उँगली छील ली होगी-ऐसा ओचुमेलॉव ने क्यों कहा?

उत्तर:- ओचुमेलॉव एक भ्रष्ट और चापलूस सिपाही था। जब भीड़ में से किसी ने उसे बताया कि वह कुत्ता जनरल साहब का है, तब उसने अपनी खुद की बात को पलटकर ख्युक्रिन को ही दोषी ठहरा दिया। ओचुमेलॉव ने सारा दोष उसके मत्थे मढ़ते हुए कहा कि इतने छोटे से कुत्ते के लिए यह संभव नहीं है कि वह उसकी उंगली तक पहुंचकर उसे काट खाए। जरूर उसी ने मुआवजा पाने के लिए किसी कील-वील से अपनी उंगली को छील लिया होगा। वह ऐसा जनरल साहब को खुश करने के लिए करता है।

2. ओचुमेलॉव के चरित्र की विशेषताओं को अपने शब्दों में लिखिए।

उत्तर:- ओचुमेलॉव एक भ्रष्ट, चापलूस, स्वार्थी, मौकापरस्त, चालाक और मतलबी इंसान था। प्रस्तुत पाठ में वह बार-बार अपनी ही बातों को पलटता है, इससे उसकी अस्थिर मनोस्थिति और दोहरा व्यक्तित्व जाहिर होता है। वह अफसरों को खुश करने और उनकी चापलूसी करने के लिए आम लोगों के साथ अन्याय करता है और उनके साथ बुरा बर्ताव करता है। इससे पता चलता है कि वह बहुत ही गैरजिम्मेदार और कर्तव्यहीन व्यक्ति था।

3. यह जानने के बाद कि कुत्ता जनरल साहब के भाई का है – ओचुमेलॉव के विचारों में क्या परिवर्तन आया और क्यों?

उत्तर:- ओचुमेलॉव पहले उस कुत्ते को भद्दा, मरियल और आवारा कुत्ता बताता है और उसके मालिक को भला-बुरा कहता है। लेकिन जब उसे पता चलता है कि वह कुत्ता जनरल साहब के भाई का है, तब वह उस कुत्ते को बहुत ही सुन्दर डॉगी कहकर संबोधित करता है और कुत्ते को उसके मालिक तक पहुँचवा देता है। इसके साथ-साथ वह ख्युक्रिन को ही दोषी बताकर उसे डरा-धमकाकर वहा से भगा देता है।

4. ख्यूक्रिन का यह कथन कि ‘मेरा एक भाई भी पुलिस में है .. ।’ समाज की किस वास्तविकता की ओर संकेत करता है?

उत्तर:- ख्यूक्रिन का यह कथन कि ‘मेरा एक भाई भी पुलिस में है..।’ समाज की इस वास्तविकता की ओर संकेत करता है कि हमारे समाज में लोग अपने पद का गलत उपयोग करते है। यह कथन हमारे समाज के उस पक्ष का वर्णन करता है जो ऊँचे पद का रौब जमाने, पक्षपात करने, भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी जैसी कुरीतियों को बढ़ावा देता है। आज लोग अपनी जान-पहचान और ऊँचे ओहदों का प्रयोग करके बहुत से गलत काम करते है, उनको छुपाते है और सज़ा से बच जाते है।

5. इस कहानी का शीर्षक ‘गिरगिट’ क्यों रखा होगा? क्या आप इस कहानी के लिए कोई अन्य शीर्षक सुझा सकते हैं? अपने शीर्षक का आधार भी स्पष्ट कीजिए।

उत्तर:- प्रस्तुत कहानी का शीर्षक गिरगिट इसलिए रखा गया है, क्योंकि इस कहानी का मुख्य पात्र ओचुमेलॉव गिरगिट की तरह समय और स्थिति को देखकर अपना रंग अथार्त् पक्ष बदलता है।

इस पाठ का शीर्षक चापलूसी, दल-बदलू या मौकापरस्त भी हो सकता है; क्योंकि इसमें ओचुमेलाॅव अपने से बड़े अफसर जनरल साहब की चापलूसी करने के लिए बार-बार अपनी बात पलट देता है। वह दल-बदलू प्रवृत्ति का व्यक्ति होता है और जहां अपना फायदा देखता है, वही चल देता है। वह बहुत ही लालची और चालाक होता है। वह हमेशा मौके का फायदा उठाने के बारे में सोचता है। आज के इस युग में हर व्यक्ति समय और मौके को देखकर अपना स्वभाव बदल लेता है ।

6. ‘गिरगिट’ कहानी के माध्यम से समाज की किन विसंगतियों पर व्यंग्य किया गया है? क्या आप ऐसी विसंगतियाँ अपने समाज में भी देखते हैं? स्पष्टकीजिए।

उत्तर:- प्रस्तुत कहानी ‘गिरगिट’ के माध्यम से समाज में मौजूद भ्रष्टाचार, चापलूसी, धोखाधड़ी, अन्याय, ऊंचे पद का रौब जमाना, आदि विसंगतियों पर व्यंग्य किया गया है। आज भी हमारे समाज में गरीब व कमजोर लोगों के साथ अन्याय होता है, ऊंचे पद पर बैठे लोग अपने ओहदे का इस्तेमाल करके बहुत से गलत कार्यों को अंजाम देते है और सजा से बच निकलते है। लोग दूसरों के बारे में न सोचकर सिर्फ अपना फायदा देखते है, इसलिए गरीब भोले इमानदार और कमजोर लोगों को आजकल के जमाने में बहुत मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।




CBSE NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 Girgit (गिरगिट) – निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए-

1. उसकी आँसुओं से सनी आँखों में संकट और आतंक की गहरी छाप थी।

उत्तर:- प्रस्तुत पंक्ति के माध्यम से कुत्ते की दशा का वर्णन किया गया है। जब ख्युक्रिन कुत्ते को पकड़कर चिल्ला रहा होता है, तब कुत्ता बहुत ज्यादा डरा हुआ होता है। उसका डर उसकी आंखों से साफ झलकता है, क्योंकि उसे अपने सामने खड़ी मुसीबत का पता होता है।

2. कानून सम्मत तो यही है… कि सब लोग अब बराबर हैं।

उत्तर:- इस पंक्ति के माध्यम से लेखक ने बताया है कि कानून की नजरों में हर व्यक्ति एक समान होता है और कानून सबके लिए बराबर होता है। सही न्याय पाना हर व्यक्ति का अधिकार होता है, चाहे वह अमीर हो या गरीब।

3. हुजूर! यह तो जनशांति भंग हो जाने जैसा कुछ दीख रहा है।

उत्तर:- जब खामोश चौराहे पर ख्युक्रिन चिल्ला-चिल्लाकर भीड़ जमा कर लेता है, तब ओचुमेलॉव का सहायक येल्दीरीन प्रस्तुत कथन कहता है क्योंकि उसे चौराहे की वह स्थिति जन शांतिभंग जैसी प्रतीत होती है। ओचुमेलॉव वह उसका सहायक येल्दीरीन, दोनों भ्रष्ट सिपाही होते है और लोगों से पैसा आने का मौका ढूंढते है। उपरोक्त स्थिति में भी उनका यही प्रयास होता है।

CBSE NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 – Girgit (गिरगिट) भाषा-अध्ययन

1. नीचे दिए गए वाक्यों में उचित विराम चिह्न लगाइए –

(क) माँ ने पूछा बच्चों कहाँ जा रहे हो
(ख) घर के बाहर सारा सामान बिखरा पड़ा था
(ग) हाय राम यह क्या हो गया
(घ) रीना सुहेल कविता और शेखर खेल रहे थे
(ङ) सिपाही ने कहा ठहर तुझे अभी मजा चखाता हूँ

उत्तर:-

(क) माँ ने पूछा, “बच्चों कहाँ जा रहे हो?”
(ख) घर के बाहर सारा सामान बिखरा पड़ा था।
(ग) हाय राम! यह क्या हो गया?
(घ) रीना, सुहेल, कविता और शेखर खेल रहे थे।
(ङ) सिपाही ने कहा, “ठहर, तुझे अभी मजा चखाता हूँ।”

2. नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित अंश पर ध्यान दीजिए –

  • मेरा एक भाई भी पुलिस में है।
  • यह तो अति सुंदर ‘डॉगी’ है।
  • कल ही मैंने बिलकुल इसी की तरह का एक कुत्ता उनके आँगन में देखा था।

वाक्य के रेखांकित अंश ‘निपात’ कहलाते हैं जो वाक्य के मुख्य अर्थ पर बल देते हैं। वाक्य में इनसे पता चलता है कि किस बात पर बल दिया जा रहा है औरवाक्य क्या अर्थ दे रहा है। वाक्य में जो अव्यय किसी शब्द या पद के बाद लगकर उसके अर्थ में विशेष प्रकार का बल या भाव उत्पन्न करने में सहायताकरते हैं उन्हें निपात कहते हैं; जैसे-ही, भी, तो, तक आदि

ही, भी, तो, तक आदि निपातों का प्रयोग करते हुए पाँच वाक्य बनाइए।

उत्तर:-

(क). शाम तक मुझे यह दोनों काम खत्म करने है।
(ख). तुम भी हमारे साथ चलो।
(ग). अभी कुछ दिन पहले ही तो तुमने नया फोन लिया था।
(घ). वह अभी तक लौटकर नहीं आया।
(ड़). इस बार तुम्हें आना ही पड़ेगा।




3. पाठ में आए मुहावरों में से पाँच मुहावरे छाँटकर उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।

उत्तर:-

(क). जमीन फाड़कर निकल आना: अभी कुछ देर पहले यह रास्ता बिल्कुल साफ था और इतनी सी देर में मानो भीड़ जमीन फाड़कर निकल आई हो।
(ख). त्योरियां चढ़ाना: उसे जरा सा लोगों का ध्यान क्या मिला, उसकी तो  त्योरियां चढ़ गई।
(ग). जिंदगी नर्क हो जाना: तुम सब लोगों के कारण मेरी जिंदगी नर्क हो गई है।
(घ). मत्थे मढ़ देना: वह बहुत ही नीच और मतलबी इंसान है। वह हमेशा गलती करके उसे दूसरों के मत्थे मढ़ देता है।
(ड़). मजा चखाना: वह आजकल कुछ ज़्यादा ही होशियार बन रहा है। लगता है उसे मजा चखाना ही पड़ेगा।

4. नीचे दिए गए शब्दों में उचित उपसर्ग लगाकर शब्द बनाइए-
भाव, पसंद, धारण, उपस्थित, लायक, विश्वास, परवाह, कारण।

उत्तर:-

(क) सद् + भाव = सद्भाव
(ख) ना+ पसंद = नापसंद
(ग) निर्+ धारण = निर्धारण
(घ) अनु+ उपस्थित = अनुपस्थित
(ङ) ना + लायक = नालायक
(च) अ+ विश्वास = अविश्वास
(छ) बे + परवाह = बेपरवाह
(ज) अ+ कारण = अकारण

5. नीचे दिए गए शब्दों में उचित प्रत्यय लगाकर शब्द बनाइए-
मदद, बुद्धि, गंभीर, सभ्य, ठंड, प्रदर्शन।

उत्तर:-

मदद + गार = मददगार
बुद्धि + मान = बुद्धिमान
गंभीर + ता = गंभीरता
सभ्य + ता = सभ्यता
ठंड + ई = ठंडी
प्रदर्शन + ई = प्रदर्शनी




6. नीचे दिए गए वाक्यों के रेखांकित पदबंध का प्रकार बताइए-

(क) दुकानों में ऊँघते हुए चेहरे बाहर झाँके।
(ख) लाल बालोंवाला एक पाही चला आ रहा था।
(ग) यह ख्यूक्रिन हमेशा कोई न कोई शरारत करता रहता है।
(घ) एक कुत्ता तीन टाँगों के बल रेंगता चला आ रहा है।

उत्तर:-

(क). संज्ञा पदबंध
(ख). विशेषण पदबंध
(ग). क्रिया पदबंध
(घ). क्रियाविशेषण पदबंध

7. आपके मोहल्ले में लावारिस? आवारा कुतों की संख्या बहुत ज्यादा हो गई है जिससे आने-जाने वाले लोगों को असुविधा होती है। अत:लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नगर निगम अधिकारी को एक पत्र लिखिए।

उत्तर:-

जयपुर नगर निगम
वैशाली नगर
जयपुर
दिनांक -25 नवंबर 2018

सेवा में,
नगर निगम अधिकारी

विषय : लावारिस आवारा कुत्तों की समस्या हेतु पत्र।

महोदय

इस पत्र के द्वारा मैं आपका ध्यान हमारे इलाके में बढ़ रही आवारा कुत्तों की संख्या की ओर आकर्षित करना चाहती हूँ।

हमारे इलाके में घुम रहे इन आवारा पशुओं के कारण आम नागरिकों को बहुत-सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों तथा बुजर्गों का घर से निकलना दूभर हो गया है। ये पशु राहगीरों के पास से खाने-पीने की सामग्री प्राप्त करने के लिए उनके ऊपर भौंकने लगते हैं और कभी-कभी तो उनपर झपट भी पड़ते हैं।

ये सड़क पर चल रहे व गलियों से गुजर रहे दोपहिया वाहनों के भी पीछे पड़ जाते हैं; जिससे कई दफा चालकों को व उनके साथ बैठे साथियों को हादसों का सामना करना पड़ता है।

हमारे इलाके में इनका खोफ दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। अत:आप से आशा हैं कि आप इन आवारा पशुओं को पकड़वाकर हमें इस समस्या से जल्द-से जल्द निजात दिलाएंगे।

धन्यवाद
भवदीय
किरण

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh

  1. कबीर – साखी
  2. मीरा – पद
  3. बिहारी – दोहे
  4. मैथिलीशरण गुप्त – मनुष्यता
  5. सुमित्रानंदन पंत – पर्वत प्रदेश में पावस
  6. महादेवी वर्मा – मधुर मधुर मेरे दीपक जल
  7. वीरेन डंगवाल – तोप 
  8. कैफी आज़मी – कर चले हम फ़िदा
  9. रवींद्रनाथ ठाकुर – आत्मत्राण
  10. प्रेमचंद्र – बड़े भाई साहब
  11. सीताराम सेकसरिया – डायरी का एक पन्ना
  12. लीलाधर मंडलोई – ततांरा-वामीरो कथा
  13. प्रहलाद अग्रवाल – तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र
  14. अंतोन चेखव – गिरगिट
  15. निदा फ़ाज़ली – अब कहां दूसरे के दुख से दुखी होने वाले
  16. रविन्द्र केलेकर – पतझर में टूटी पत्तियां
  17. हबीब तनवीर – कारतूस

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