वर्ण विचार ( Varn Vichar )
‘ध्वनि’ का सामान्य अर्थ है – “आवाज”
जैसे →
- पंखा चलने की ध्वनि
- पक्षीयों के चहकने की ध्वनि
- साइकिल की घंटी की ध्वनि
व्याकरण में ध्वनि का अर्थ है – “वर्ण”
जैसे → “हमारे यहाँ गणेश – उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है |”
गणेश = ग् + अ + ण् + ए + श् + अ
उत्सव = उ + त् + स् + अ + व् + अ
“वह सबसे छोटी ध्वनि जिसके और टुकड़े नहीं किए जा सकते, वर्ण कहलाती है |”