काल – काल के भेद (Tense in Hindi) – भूतकाल – भूतकाल के भेद, वर्तमान काल – वर्तमान काल के भेद, भविष्यत काल – भविष्यत काल के भेद
काल (Tense in hindi) का अर्थ है –“समय”
जैसे→
- मोहन विद्यालय जाता था |
- सौम्य पढ़ रही है |
- पिताजी दिल्ली जाएँगे |
काल (Tense in hindi) – क्रिया के जिस रूप से उसके होने के समय का पता चलता है, उसे काल कहते हैं |
काल के भेद ( Kaal ke Bhed )
(1) भूतकाल ( Bhoot kaal )
(2) वर्तमान काल ( Vartaman kaal )
(3) भविष्यत काल ( Bhavishyat kaal )
भूतकाल ( Bhoot Kaal )
क्रिया के जिस रूप से कार्य के बीत चुके समय में पूरा होने का पता चलता है, उसे भूतकाल कहते है |
जैसे →
- लड़के खेल रहे थे |
- माता जी ने पूजा की थी |
- दीदी खाना बना चुकी थी |
- वर्षा रुक गई थी |
भूतकाल के भेद
- सामान्य भूत
- आसन्न भूत
- पूर्ण भूत
- अपूर्ण भूत
- संदिग्ध भूत
- हेतु हेतुमद भूत
सामान्य भूतकाल
जैसे →
- राधा ने गीत सुनाए
- रेखा ने नृत्य किया
क्रिया के जिस रूप से कार्य के सामान्य रूप में भूत काल में होने का पता चलता है, उसे सामान्य भूत काल कहते हैं |
आसन्न भूतकाल
जैसे →
- छात्र कक्षा से निकले हैं |
- नीलम साइकिल से आई है |
क्रिया के जिस रूप से उसके कुछ ही समय पहले पूरा होने का पता चलता है, उसे आसन्न भूत काल कहते हैं |
पूर्ण भूतकाल
जैसे →
- भावना पत्र लिख चुकी थी |
- माँ पूजा कर चुकी थी |
क्रिया के जिस रूप से उसके बहुत पहले पूर्ण हो जाने का पता चलता है, उसे पूर्ण भूतकाल कहते हैं |
अपूर्ण भूतकाल
जैसे →
- लड़कियाँ नृत्य कर रही थी |
- अध्यापक विद्यालय जा रहे थे |
क्रिया के जिस रूप से उसके बीत चुके समय में आरंभ होकर भी पूरा न होने का पता चलता है, उसे अपूर्ण भूत काल कहते हैं |
संदिग्ध भूतकाल
क्रिया के जिस रूप से उसके भूतकाल में पूरा होने में संदेह होता है, उसे संदिग्ध भूतकाल कहते हैं |
जैसे →
- मोहन ने पुस्तक पढ़ ली होगी |
- पिताजी होटल में पहुँच चुके होंगे |
हेतु हेतुमद भूतकाल
जैसे →
- समय मिलता तो राम अवश्य आता |
- यदि वर्षा हो जाती तो अकाल न पड़ता |
क्रिया का वह रूप जिससे पता चलता है कि कार्य भूतकाल में होने वाला था परंतु किसी कारण से नहीं हो सका, उसे हेतु हेतुमद भूतकाल कहते हैं |
वर्तमान काल ( Vartaman Kaal )
जैसे –
- माँ कपड़े धो रही है |
- ममता सफाई कर रही है |
- पिताजी चाय पी रहे हैं |
→ क्रिया के जिस रूप से उसके वर्तमान में होने का बोध हो, उसे वर्तमान काल कहते हैं |
→ वर्तमान काल की क्रिया के अंत में प्राय: है, हैं, हो, हूँ आते हैं |
वर्तमान काल के भेद
(1) सामान्य वर्तमान
(2) अपूर्ण वर्तमान
(3) संदिग्ध वर्तमान
सामान्य वर्तमान
जैसे →
- मोहन गेंद से खेलता है |
- डाकिया पत्र पहुँचता है |
- महेश कार ठीक करता है |
→ जो क्रिया वर्तमान में सामान्य रूप से होती है, उसे सामान्य वर्तमान काल कहते हैं |
→ इसमें धातु के अंत में ता है, ती है, ते हैं, आदि आते है |
अपूर्ण वर्तमान
जैसे →
- पुजारी पूजा कर रहा है |
- माँ हलवा बना रही है |
क्रिया के जिस रूप से यह पता चले कि कार्य वर्तमान काल में शुरू हो गया है और अभी जारी है, उसे अपूर्ण वर्तमान काल कहते हैं |
संदिग्ध वर्तमान
जैसे →
- ममता झाडू लगा रही होगी |
- पिताजी आ रहे होगें |
क्रिया के जिस रूप से उसके वर्तमान समय में होने में संदेह होता है, उसे संदिग्ध वर्तमान काल कहते हैं |
भविष्यत काल ( Bhavishyat Kaal )
हम ताजमहल देखने जाएँगे |
सीता प्रतियोगिता में भाग लेगी |
→ क्रिया के जिस रूप से कार्य के आने वाले समय में होने का पता चलता है, उसे भविष्यत काल कहते हैं |
भविष्यत काल के भेद
- सामान्य भविष्यत्
- संभाव्य भविष्यत्
सामान्य भविष्यत् काल
जैसे →
- सीमा पढ़ाई करेगी |
- अनन्या खाना बनाएगी |
क्रिया के जिस रूप से उसके भविष्य में सामान्य रूप में होने का बोध हो, उसे सामान्य भविष्यत् काल कहते है |
संभाव्य भविष्यत् काल
जैसे →
- रेखा नृत्य करने के लिए शायद मान जाए |
- शायद आज दीदी आएँ |
क्रिया के जिस रूप से उसके भविष्य में होने की संभावना का पता चलता है, उसे संभाव्य भविष्यत काल कहते हैं |
4 thoughts on “काल – काल के भेद”
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